मंगलवार, 6 नवंबर 2012

सब तो नाटक था


* मैं मरा नहीं
सब तो नाटक था
जो मैंने किया !

* क्यों प्यार करें ?
आखिर कारण क्या
जो प्यार करें ?

* प्यार न बांधो
एकनिष्ठ न बनो
साम्यवादी हो |

* बड़े शौक से
सुना रहे थे वह
फिर सो गए |

* इतना टेढ़ा
संपत्ति का मामला
तो होता ही है !

* थोड़ा तो ठीक
पर ज्यादा विद्रोह
कलह पूर्ण |

* अपनी जान
बचे तो जानूँ कोई
भगवान् है |

* भर गयी है
कितनी बेचारगी
कितना कहूँ ?

* विवादग्रस्त
राम जन्म भूमिश्च
किं स्वर्गादपि ?

* अभी - अभी था
मर गया आदमी
अभी अभी तो !

* सारी कहानी
कहने की बात है
सुनने की है |

* कला फिर  भी
थियेटर , नाटक
फिल्म निर्माण !

* मुझसे कोई
गलती नहीं हुई
हुई सो हुई |

* समझौता तो
किया तुमसे दुनिया
ज़िन्दगी भर !

* देख चुकेंगे
सबका सारा छद्म
तब लौटेंगे |

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