रविवार, 30 अक्तूबर 2022

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मैं मनुष्यों का साथ कम चाहता हूँ क्योंकि यह बोलते बहुत हैं । और बोलते भी हैं तो बहुत ज़्यादा बोलते हैं ।
अन्य जीवों, पशु पक्षी, वनस्पतियों के साथ रहो तो वह भले सुनें न सुनें लेकिन बोलते तो कम हैं ।

शनिवार, 18 जून 2022

मूर्खता

यह दुनिया बुद्धिमत्ता पर नहीं, सदैव मूर्खता पर चली है । और चलती रहेगी । बस मूर्खों को यह पता होना चाहिए कि यह मूर्खता है । तब तक कोई दिक्कत नहीं ।
जब मूर्खता को।महिमामण्डित कर उसे बुद्धिमानी समझने, मानने लगते हैं तब परेशानी हो जाती है ।
मूर्खता को मूर्खता की तरह स्वीकार, धारण करो । यही धर्म है । 😊😢

शनिवार, 11 जून 2022

जीने की राह

तुम सही हो हम ग़लत हैं ।
यही कहोगे तो जीवित बचोगे ।
अपने सत्य पर अड़े रहोगे तो जीने न पाओगे ।
इतने विरोधी खड़े होंगे कि तुम्हारे लिए कोई रास्ता न बचेगा ।

गुरुवार, 26 मई 2022

बुधवार, 25 मई 2022

भला

धर्म आदमी को भला आदमी बनाना चाहते हैं । और मेरा इरादा यह है कि मैं भला आदमी नहीं बनना चाहता ।
यही है मेरा और मजहब का रिश्ता । 😊😢

अच्छा आदमी

धर्म आदमी को भला आदमी बनाना चाहते हैं । और मेरा इरादा यह है कि मैं भला आदमी नहीं बनना चाहता ।
यही है मेरा और मजहब का रिश्ता । 😊😢