[ हाइकु ] " वही अक्षर "
* वही शब्द हैं
क्या से क्या बन जाते
कविताओं में
अपशब्दों में ये ही
क्या बन जाते !
* हाँ , होता तो है
कुछ मोहब्बत जैसा
इसी नाम का !
* क्या तो नहीं है !
दिल है मेरे पास
दिमाग भी है |
* काम आती है
कभी बेचारगी भी
साथ देती है |
* देखो , उसमें
खूब आकर्षण है
सराहनीय |
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