थोडा गायन :-
[ शेर ] * इसके चलते मैं युगों से इस कदर हैरान हूँ |
किसने मेरे सर पे रक्खा बुद्धि का जलता दिया ?
[ अपूर्ण ग़ज़ल ] * तुम्हारी याद के मद्दे नज़र ,
रहा हूँ लिख ये ख़त लख्ते - जिगर |
[ नव ग़ज़ल - अभ्यास ] - " लेकिन फिर भी "
* आस नहीं थी , लेकिन फिर भी ,
प्यास लगी थी , लेकिन फिर भी | or
बुझने की कोई आस नहीं थी ,
प्यास जगी थी , लेकिन फिर भी |
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