बुधवार, 14 नवंबर 2012

थोड़ा विरत

* मैं हिन्दू धर्म से क्यों थोड़ा विरत रहता हूँ ? ज्यादा कुछ तो नहीं जानता , पर हमारे बहुत से बन्धु इसकी बड़ी आलोचना करते , बुराई बताते हैं | सो , मानना ही पड़ता है कि यह कोई अच्छा धर्म नहीं होगा | भले मैं पैदा इसमें हो गया , जैसे वे दलित भाई लोग |

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