मंगलवार, 20 नवंबर 2012

दो - एकगीत


                     [ दो - एकगीत ]
१ - कैसा गीत ?
                     [ किसलिए यह छटपटाहट ? ]

सुन रहा अन्दर की आहट ,
इसलिए यह छटपटाहट |
                      किसलिए यह छटपटाहट ?
चाहता हूँ जगमगाहट ,
इसलिए यह छटपटाहट |
                         किसलिए यह छटपटाहट ?
चाहता हूँ चंहचहाहट ,
इसलिए यह छटपटाहट |
                          किसलिए यह छटपटाहट ?
                          इसलिए यह छटपटाहट |
किसलिए यह छटपटाहट ?
(१/३/९२)

२ - किसलिए यह छटपटाहट ?
सुन रहा हूँ मैं ह्रदय में 
आपके चलने की आहट ,
इसलिए यह छटपटाहट | १ 
किसलिए यह छटपटाहट ?

कौंध उठती है नयन में
स्वप्न दर्शी जगमगाहट ,
इसलिए यह छटपटाहट | २
किसलिए यह छटपटाहट ?

पढ़ रहा हूँ मैं समय की
शिला पर अपनी बुलाहट ,
इसलिए यह छटपटाहट | ३
किसलिए यह छटपटाहट ?

क़ैद मेरे कंठ में है
मुक्त खग की चंहचहाहट ,
इसलिए यह छटपटाहट | ४
किसलिए यह छटपटाहट ?

खोजता हर पुष्प में हूँ
एक कली की मुस्कराहट | ५
इसलिए यह छटपटाहट |
किसलिए यह छटपटाहट ?
# # # (१/३/९२ )

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