रविवार, 25 नवंबर 2012

स्त्री के देह का अधिकार


[ कविताभ्यास ]
१ - सच है कि
ज़िन्दगी के फेजेज़ होते हैं
आते हैं , तो जाते भी हैं |
मैं तो यह पूछ रहा था कि
जीवन में ऐसे कालखंड
आते ही क्यों हैं ?
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२ - स्त्री का है ज़रूर
स्त्री के देह का अधिकार ,
तो करें न इस्तेमाल
स्त्री अपनी देह पर अपने
अधिकार का , अधिकारपूर्वक !
कौन रोकता है ?
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