मंगलवार, 13 नवंबर 2012

एक ही बात


* पैसा बचाना
दुर्दिन से बचना
एक ही बात |

* मिष्ठान्न नहीं
किसी ने बताया है
मिष्टान्न कहो |

* धरती पर
अँधेरा तो रहेगा
कहीं न कहीं !

* मुक्ति कहाँ है
बिल्कुल मुक्ति नहीं
संस्कारों से तो !

* सुख कहाँ है
बिना मूर्ख बने रे
मानव जीव !

* जो मान लिया
सत्य असत्य , फिर
मान ही लिया |

* जाती मिटाने
जागृत नर नारी
चले मुरारी |

* शोर में गुम
है कविता , कहानी
 का नाम न लो |

* विचारधारा
नहीं प्रकट होती
पहनावे से |

* आन्दोलन में
सही क्या , गलत क्या
चाहे जो माँगों |

* कम्युनिस्ट हैं
हर काम में साथ
राज्य विरुद्ध |

* प्याला भरा हो
छोटा हो या बड़ा हो
शिष्टाचार है |
[ यही तरीका ]

* निष्पक्ष होना
कठिन तो बहुत
[ दुस्साध्य तो अवश्य ]
असाध्य नहीं |

* हिन्दू मुस्लिम
होने से चूक गया
हारा या जीता ?

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