* कोई कहता
इतनी अच्छी मौत
कोई थूकता |
* हम अकेले
ही नहीं सन्मार्ग में
तमाम लोग |
* देना अभी तू
एक जीवन और
देना मुझे तू ,
काम जो कुछ
कर न पाया पूर्ण
पूरा करूँ मैं |
* मैं व्यक्ति नहीं
व्यक्तित्व हूँ पर्याप्त
एक ठो लोग |
* कोई मेरा है
न कोई मेरा घर
न कोई प्यार |
* पुरुष साला
पूरा कुत्ता है कुत्ता
बात न कर |
* चिन्तक कहाँ
हिन्दुस्तान में
न कोई ज़िम्मेदारी
न ही जवाबदेही
लन्तरानियाँ
बस हाँकते |
* हँस करके
ताल दिया बात को
आगे के लिए |
* इतना लिखा
कितना कोई छापे
और क्यों छापे ?
* कुछ तो है जो
मानव जीवन में
गोपनीय है |
* प्यार या प्यार
प्यार , प्यार ही प्यार
जग आधार |
* चट्टे बट्टे हैं
नर नारी दोनों ही
एक थाली के |
* मेरे अन्दर
एक कुत्ता बैठा है
एक कुतिया |
* कभी कभी मैं
टिप्पणी करता हूँ
बेमतलब |
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