* उन्होंने कहा
हाइकु तो अच्छे हैं
मन प्रसन्न ।
* सबका मान
इतर , मेरे लेखे
कोई न ज्ञान ।
* काम चलता
जितने अँधेरे में
उसमें रहो
बिजली न जलाओ
खर्चा बचाओ ।
* पावर ही क्या
हाथ में ले लीजिये
पूरा टावर ।
* कहते रहो
मन बड़ा पापी है
पर है वही ।
* अब बाप हूँ
तो बड़ा तो हूँगा ही
कुछ न कुछ !
* छोड़ तो दिया
ज़माने के ऊपर
हित - अहित
सारा अपना !
* ऊब जाउँगा
शीघ्र इससे भी
मैं जानता हूँ ।
* आकर्षक हैं
सुंदर शरीर है
उनके पास ।
* ख़ुशी का वक्त
यूँ तो न गवाँइए
तर्क द्वंद्व में !
* विवाद कैसा
उनका विचार जो
मिल तो गया !
* कर न पाते
कोशिश तो करते
कर पाने की ।
* कहते रहें
मन का मामला है
मामला तो है ?
हाइकु तो अच्छे हैं
मन प्रसन्न ।
* सबका मान
इतर , मेरे लेखे
कोई न ज्ञान ।
* काम चलता
जितने अँधेरे में
उसमें रहो
बिजली न जलाओ
खर्चा बचाओ ।
* पावर ही क्या
हाथ में ले लीजिये
पूरा टावर ।
* कहते रहो
मन बड़ा पापी है
पर है वही ।
* अब बाप हूँ
तो बड़ा तो हूँगा ही
कुछ न कुछ !
* छोड़ तो दिया
ज़माने के ऊपर
हित - अहित
सारा अपना !
* ऊब जाउँगा
शीघ्र इससे भी
मैं जानता हूँ ।
* आकर्षक हैं
सुंदर शरीर है
उनके पास ।
* ख़ुशी का वक्त
यूँ तो न गवाँइए
तर्क द्वंद्व में !
* विवाद कैसा
उनका विचार जो
मिल तो गया !
* कर न पाते
कोशिश तो करते
कर पाने की ।
* कहते रहें
मन का मामला है
मामला तो है ?
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