उग्रनाथ'नागरिक'(1946, बस्ती) का संपूर्ण सृजनात्मक एवं संरचनात्मक संसार | अध्यात्म,धर्म और राज्य के संबंध में साहित्य,विचार,योजनाएँ एवं कार्यक्रम @
शनिवार, 20 अक्टूबर 2012
दलित शक्ति
जिस शक्ति ने उनको गुलाम बनाया , उनका शोषण किया , अब उसी शक्ति को दलित दूसरों को गुलाम बनाने के लिए अर्जित करना चाहते हैं | न कि किसी शोषण विहीन या प्रगतिशील रचनात्मक समाज बनाने के लिए !
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