शनिवार, 20 अक्तूबर 2012

देवी - देवताओं की इज्ज़त

आदमी को चाहिए कि यदि वह अपने भगवान् और देवी - देवताओं की इज्ज़त सचमुच बचाना चाहते हैं तो उनके नामों पर अपने , अपने बच्चों के नाम न रखायें | क्योंकि इसे स्पष्ट देखा जा सकता है कि लोग जब मनुष्यों को उनके नाम लेकर गाली देते हैं , और देते ही हैं , तो वह प्रकारांतर से ईश्वर और देवी देवता के लिए अपमान स्वरुप हो जाता है | कोई कहता है - ई साले हरामजादे किसनवा / राम लखना / संकरवा / इन्द्र देवुवा का देखो कैसा इठलाता है चोर कहीं का ! तो कोई कहतीं हैं - ई परबतिया तो छोनार निकर गयी | तो क्या होता है परोक्षतः ? अतः सबको सेक्युलर नाम रखने ही श्रेयस्कर है |

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