शनिवार, 20 अक्टूबर 2012

पैसे के चूज़े



* एक गलती
हो गई तो हो गई
अब न होगी |

* बेपहचान
जान न पहचान
मैं अनजान |

* उन्हें क्या पता
हँसने का तरीका
स्मित का मूल्य ?

* वहाँ रहूँ तो
यहाँ की चिंता , यहाँ
हूँ तो वहाँ की |

* यह तो हम
नहीं कर सकते
कि जान दे दें !

* सबके लिए
करना ही करना
पाना न कुछ |

* वहीँ पड़ीहै
सड़क कहाँ जाती
मैं चला आया |

* शरीरों पर
कितनी गन्दगी है
रोज़ नहाते ?

* चारो तरफ
विश्वास हनन है
धोखा धड़ी है |

* न यह ठीक
आदमी है , न वह
ठीक मनुष्य |

* चाहिए तो थी
मुझे सुख - सुविधा
मिले तब न !

* पैसे के चूज़े
बोले , हिंदुस्तान में
सवेरा हुआ |

* भारत देश
नक़ल में उस्ताद
असल में फिसड्डी
हमारा देश |

* टाइम पास
नहीं है फेसबुक
किताब मेरी |

* जितना लिखूँ
पूरा ही नहीं होता
कितना लिखूँ ?

* और क्या करें
पूजा तो करती हैं
देश की स्त्रियाँ ?

* मिले जो बड़े
वे छोटे होते गए
मेरी दृष्टि में |

* सभी हारते
अपनी औलादों से
देश भी हारा |

* हम गुज़रे
बहुत दिन बाद
राम गली से |

* शिक्षा का अर्थ
संदेह निवारण
तन - मन के |

* शहर छोड़
चलकर देखें तो
गाँव की दशा !

* कम्युनिस्टों के
संपत्तियों की जाँच
आधार भूत |

* ऐसा ही होगा
हिंदुस्तान है यह
अपना देश |

* हिंदुस्तान है
यहाँ ऐसा ही होगा
सारा अन्याय |

* कौन करता
ज़िम्मेदारी पूर्वक
अपने काम ?


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