उग्रनाथ'नागरिक'(1946, बस्ती) का संपूर्ण सृजनात्मक एवं संरचनात्मक संसार | अध्यात्म,धर्म और राज्य के संबंध में साहित्य,विचार,योजनाएँ एवं कार्यक्रम @
बुधवार, 17 अक्टूबर 2012
आत्मसम्मान
यदि किसी की सदाशयता से मेरा कोई हित - लाभ होता है , तो क्या मुझे उसे यह कहकर लेने से मनाकर देना चाहिए कि इससे मेरा आत्मसम्मान चोटिल होता है ? क्या सचमुच ऐसा होता है ?
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