सोमवार, 24 दिसंबर 2012

खिलवाड़ खिलवाड़


" दबंग " के खिलाफ आन्दोलन क्यों नहीं ? जड़ों में खाद पानी डालते रहने से क्या पत्तियाँ सूख पायेंगी ?

God is not responsible for any evil of the world . He can not be made accountable for anything happening in the world . Because , as a matter of fact , he is non- existent . He is nowhere in this world .

[ डायरी ]
-धीरे धीरे संस्कार मन में बैठ जाते हैं और वे अपने हो जाते हैं | हमें प्रिय लगने लगते हैं | फिर हम ब्राह्मण हो जाते हैं , हिन्दू हो जाते हैं | तब राम - कृष्ण - सीता - गीता - रामायण हमारे हो जाते हैं | हम उनके विरोध या अपमान , चाहे वह कितना ही उचित हो , सह नहीं पाते | इसी इसी प्रकार रहते रहते हम किसी देश के हो जाते हैं, उसके लिए लड़ने लगते हैं |

खिलवाड़ खिलवाड़ | इसे यूँ लें जैसे कूड़ा - कबाड़ |
THOUGHT  PLAYERS  : खेलत में को काको गुसैयाँ | इसे खिलंदड़ी स्वभाव में स्वीकार करें और माहौल को अनावश्यक रूप से बिगाड़ें नहीं | यद्यपि हम गंभीर विचारों से लैस हैं तथापि विचारों का बोझ लेकर नहीं चलते | बस आये विचार , गए विचार | उन्हें जहां जितना रहना होगा रहेंगे अन्यथा गुम हो जायेंगे | कोई चिंता फिकिर की बात नहीं है |  

* आप चाहे कितने भी बुद्धिमान हों , विद्वान् या दार्शनिक | आपको कोई प्रणाम करेगा तो उसका उत्तर आपको देना ही पड़ेगा | आप अपनी दुनिया में खोये नहीं रह सकते | इसका हक भी नहीं है आपको

* मेरी एक ख़राब आदत है , जो मेरी परेशानी का कारण है और , संभवतः , मेरी सफलता का राज़ भी | वह यह कि मैं जो ठान लेता हूँ उस करके ही रहता हूँ | मतलब यह नहीं कि मैं हिमालय उठा लेता हूँ , बल्कि यह कि यदि मैंने सोच लिया कि यह चारपाई आज मैं बुन डालूँगा , तो उसे मैं बुन ही डालता हूँ |  

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