रविवार, 27 मई 2012

फालतू उत्पात

* अगर आप अपमान , जलालत , अपशब्द , भेदभाव नहीं बर्दाश्त क्र सकते तो अपने लिए कोई और देश देख लीजिये |
* आखिर वह दिन आएगा जब  घर का लोन चुक जायेगा , कार की किश्तें पूरी हो जायेंगी | तब खाली बच्चों की पढ़ाई का खर्च रह जायगा , तब कुछ भविष्य के लिए अवश्य बचा लेना | बुढ़ापे में हाथ खाली न रखना |
  { फालतू  फण्ड (Surplus thoughts) or /  उत्पात -- by -- उ.न.नागरिक }


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