* सरकार इतना धन कहाँ से पाती है खर्च करने के लिए ? उसके पास बहुत सारा पैसा है | उसके पास तमाम फिजूल पैसा है अपने सांसदों के वेतन - भत्ते बढ़ाने के लिए , अपार धन है जिससे उसमे बैठे आदमी , विधायिका एवं कार्यपालिका के लोग खूब गुलछर्रे उड़ाते हैं , गड़बड़ घोटाले करते हैं इसलिए यदि पैसे की बर्बादी बचानी है तो सरकार की आमदनी रोको | उसकी आमदनी मुख्यतः कर द्वारा होती है | उसे सीमित कर दो | सरकार को सिर्फ चिड़िये की प्यास बुझाने भर को पैसे दो | इनकम टैक्स बिलकुल बंद करो | कर्मचारियों का वेतन उनका इनकम नहीं है | ऐसे तो कुछ दिन बाद साधारण मजदूर भी इसके अंदर आ जायेंगे ! यह पैसा जिनके पास है उन्ही के पास रहने दो वे इसका ज्यादा सदुपयोग हिफाजत से करेंगे | बजे इसके कि सरकार इनसे टैक्स ले और इनके ऊपर जनहित के नाम खर्च करने के बहाने घोटाले करे | शायद आप कहना चाहें कि घोटालों का पैसा भी तो इन्ही के बीच जाता है ? जी नहीं , तब वह गलत पैसा होने की भावना के साथ उनके पास जाता है और इससे उनकी आत्मा कलुषित होती है | उनके द्वारा कमाए गए उचित धन को उन्ही के पास रहने दो |
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