शुक्रवार, 18 मई 2012

देहाती औरत

कथा संभव :   देहाती औरत 
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हमारे बेटे को जब बेटा हुआ तो पत्नी ने कहा -पोते का नाम कुछ ख़राब सा रखो , उसे दीर्घ जीवन मिले | गाँव में विश्वास है कि ऐसा करने उन दम्पतियों के बच्चे जी जाते हैं जिनके बच्चे पैदा होकर मर- मर जाते  हैं | 
-लेकिन हमारा तो पहला पोता है , और बड़ी पोती भी अच्छी भली है |
- उससे क्या होता है , एक ही जिए -जागे - अम्मर रहे |
- पड़ोसी  के पूछने पर मैंने  पोते का नाम ' बेकारू ' बताया  | ख़राब नाम रखने और अच्छा नाम न रखने का कारण पूछने पर जो कारण था वह  बता  दिया | " न विश्वास हो तो चाची से पूछो " |
लेकिन चाची ने उसकी पुष्टि नहीं की | बस इतना कहा कि इन्होने रख दिया तो ठीक है |
  उनके जाने के बाद मैंने इनसे पूछा - तुमने मेरी बात को सही क्यों नहीं कहा , जब कि तुमने ही मुझसे यह बात कही थी ?
- तुम समझते नहीं हो , पड़ोसी मुझे देहाती भुच्च्रड़ समझ लेते | #

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