* Ref , Sahara 18 /11 /०९
girl friend को खुश करने के लिए बन गए लुटेरे |[news ]
- बेचारे लुटेरे तो धरे गए | अब क्या उन लड़कियों की तलाश करके उन्हें आरोपित नहीं किया जाना चाहिए ,\
जिनके लिए ये युवा चेन -लुटेरे बनते हैं ? ##
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* महिलाओं के विशेषाधिकार
- वे अपने मायके को भी अब 'घर 'कहने लगी हैं | मर्द अपने ससुराल को घर नहीं कह सकता |
- शेर के साम्राज्य क्षेत्र में बाहर की मादा तो आ सकती है , लेकिन नर शेर आएगा तो मारा जाएगा | बंदरों का भी ऐसा सीमा क्षेत्र होता है |
- जनखे अपने आप को " कहती हैं " यानी स्त्रीलिंग कहते हैं | इस प्रकार उनकी जन संख्या भी औरतों में शामिल हो जाती है |
- महिला सामान्य सीट पर बैठ सकती है , लेकिन पुरुष महिलाओं के लिए आरक्षित सीट पर नहीं बैठ सकता |
- बलात्कार के केस में महिलाओं को कुछ कानूनी विशेषाधिकार प्राप्त है | [आरोपित को अपना निर्दोष सिद्ध करना होता है ] | जब किपुरुष के साथ कुछ भी हो जाय ,उसे बलात्कार नहीं माना जायगा |
- महिलाओं को तमाम पुरुष जन मुड -मुड कर देखते हैं | पुरुषों पर कोई स्त्रियाँ भर-नज़र नहीं डालती |
- महिलाओं se कोई jaldi jhagda नहीं karta | जब कि पुरुषों को zara see भी baat पर peet diya jata है |
- ladki की suraksha , uske vivah के लिए mata -pita chintit hote हैं , prayas karte हैं | ladkon की utni parvah n hone के karan वे zyadatar aawara nikal jate हैं |
- akhbaron में friendship club के vigyapnon में inki membership free hoti है |
- उसके बेटा -बेटी उस से यह नहीं कह सकते की तुम मेरी माँ नहीं हो |
- उनके जन्म पर जनखे उनके माता - पिता को नेग के लिए तंग - परेशान नहीं करते | ##=
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