* २५/३/११
हमारी अदालतों के जज साहेबान जाटों के बारे में शायद पूरा जानते नहीं हैं ,जो सरकारों को उनसे रेल पटरियां खली करने को कह रहे हैं | मन लीजिये सरकार की सख्ती से दो - एक जाट मर भी गए तो क्या निश्चित की वे मर ही जायेंगे ? वह कहावत है की नहीं - जाट ... तब जानियो .... | ###
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