सोमवार, 14 मार्च 2011

सम्प्रति कृपा

* - कथन है - कोई हिन्दू आतंकवादी गतिविधियों या हिंसा में लिप्त नहीं हो सकता | यदि यही बात है तो जो हिन्दू हिंसा में लिप्त हैं , उन पर कठोर कार्यवाही होने दीजिये , क्योंकि वे हिन्दू नहीं हैं |

* - यह गौरतलब है कि वह साम्राज्यवादी , पूंजीवादी ,और क्या -क्या वादी अमरीका ही है , जिसने नरेंद्र मोदी को अपने देश में घुसने नहीं दिया |

* नायिकाएं कहती हैं कि कहानी के अनुरूप उन्हें कपड़े उतरने या बोल्ड दृश्य देने में एतराज़ नहीं है | तो फिर निर्माता - निर्देशकों को ही कहानी में ऐसी स्थितियां पैदा करने में क्या एतराज़ हो सकता है ? कहानीकार को इसके लिए देर ही कितनी लगती है ?

* बड़े लोगों की हूबहू नक़ल नहीं करनी चाहिए |

* एक चुटकी भी स्वाद जिस किसी संत ने दे दी , उसका मैं ऋणी हूँ | उसमे ओशो भी हैं कुछ |

* हिंदुस्तान कोई हड्डी का टुकड़ा नहीं है जिसे कुत्तों के सामने फेंक दिया जाय, और कुत्ते उसे नोचें  |

* मैं अपने पौरुष या ईश्वर की दया से नहीं , बल्कि चोरों , डकैतों ,ठगों ,लुटेरों ,हत्यारों ,बलात्कारियों की सम्प्रति कृपा के फलस्वरूप मैं ,हम ,हमारा परिवार अब तक सुरक्षित और सही -सलामत है |##

* शादी , प्रेम तो नहीं ही है , वह सम्बन्ध भी नहीं है | वह केवल ज़िम्मेदारी है | ###

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें