१ - मैं हिम्मत करके यह कहना चाहता हूँ कि गाँधी जी गलत कहते थे | आंबेडकर जी भी गलत ही थे |
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२ - नेतागिरी चमकानी हो तो और बात है | लेकिन यदि देश को चमकाना हो तो वाह ! क्या बात है |-------------------
३ - Democracy is like a religion , set of values to be followed by citizens , as well as state |
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