* [शेर]
मैं देवता नहीं हूँ मगर आदमी तो हूँ !
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* गीत
सूखे पत्ते आग बुझा क्या पायेंगे ?
भाई , कुछ तो गीलापन हो उनकी आँखों में !
वर्ना वे तो खुद ही उनके साथ जलेंगे ,
खाक भला वे देश-भला कर पाएंगे |
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* गीत
अजब देश है भारत जी ,
गज़ब देश है भारत जी |
चेन - लुटेरों की प्रेयसियां
बहुत खूब हैं भारत में
आतंकी वीरों के घर भी
फूल रहे है भारत में
फिर भी अपनी शान में ऐंठे -
ऐंठे रहते भारत जी |
अजब देश है भारत जी
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