मंगलवार, 18 अक्तूबर 2011

हाइकु = 6

उड़ान [ वैचारिक संस्था ]
* प्यास भर है
कामना कोई नहीं
झांक कर देखो |
[हाइकु ]
* भ्रष्टाचार है
क्योंकि भ्रष्टाचार की
ज़रूरत है |
[हाइकु ]
* जो जीत गया
वह तो हंसेगा ही
तुम भी हंसो |
[हाइकु ]
* नहीं बदली
कुछ नहीं बदली
कोई भी स्थिति |
* असली रूप
बहुत घिनौना है
नर - नारी का |
[हाइकु ]
* इतने जन
हम नहीं रहे कि
जनसभा हों |
[हाइकु ]

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