* - बड़ी मुक़द्दस [पवित्र ]होती है टोपी - शाहनवाज़ [भाजपा]।
० सही बात है । मुक़द्दस टोपी नरेंद्र मोदी के शीश के वाजिब नहीं ।
* - वैचारिक ऊहापोह की दिक्कत उन पाठकों के लिए है जो उधर अन्ना के साथ थे , इधर नरेंद्र मोदी के प्रशंसक थे । अब जब अन्ना ने ही नरेंद्र मोदी के उपवास को ही भ्रष्टाचार बता दिया , तो इन दोनों के समर्थक अब क्या करें ? #
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