गुरुवार, 14 अक्तूबर 2010

कथनानुसार

११ - हम हिदू हैं या नहीं , लेकिन हम जहाँ की खाते हैं वहां की गाते हैं |

१० - * वस्तुनिष्ठता [ओब्जेक्टिविटी] के बगैर आप किसी का दिल नहीं जीत सकते ,न जनता का ,न दोस्तों का ,न प्रेमिका का |

९    * सच तो यह है कि यह सब का सब झूट है |

८ -*बाप ही नहीं ,बच्चो को पैसा और सुख -सुविधा देकर बिगाड़ते है ,बच्चे भी बाप को खूब पैसे जूते कपडे आदि देकर बिगाड़ते है |

       ७  * गाँव ,देश को जैसे एक होना पड़ता है चोर -डाकुओं ,सिंह -सियारों से बचने के लिए ,उसी प्रकार विश्व को भी कुदरती आपदाओ ,या अन्य ग्रहों के आक्रमण से बचने के लिए एक तो होना पड़ेगा |
   ६ *   बनावट तो वह कि बनावट कहीं पता न चले --|
   
५ - *Stretch of high living is endless. It can never be achieved . You have a motor cycle today,you will just need a car  tomorrow and a big one,dayafter.

४      * I do am important , but some others are also there .
  ३    *EVERYbody  is important, if he does not showdown other people's importance.

2* गड़बड़ी यह है कि  हम सब  लोग अमर रचना करना चाहते हैं  |
   शाम तक समाप्त हो जाने वाली रचना हम क्यों नहीं करते  ?

१ *    मुझे शक होता है  | कुछ आदमी इतने महान कैसे हो सकते हैं   !

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें