12 - पढ़ा लिखा होने का मतलब होता है साहित्य का पढ़ा लिखा होना | कविताओं कहानियों का , काव्य - आख्यानों का
पठन- अवगाहन , चिंतन - मनन किये होना या उसमे रत होना |
11 -स्वतंत्रता ,अंततः आएगी तो श्रम से आएगी | और कोई आन्दोलन इसमें सफल न होगा |
10 -कवि लोग फक्कड़ होने का नाटक करते हैं ,लोगों की नज़र में चढ़ने और लोकप्रियता हासिल करने के लिए | क्रान्तिकर्मी भी यही हथियार अपनाते हैं | जबकि जिम्मेदारियों का पूरी तरह निर्वाह करते हुए भी बखूबी कवि और क्रन्तिकारी हुआ जा सकता है |
9- हम कैसे तो बड़े ज्ञानी बनते है ,जब की यही नहीं जानते की हम कब मरेंगे ?
8 = It is good to remain attached to one. I wo'nt call it faithfulness.Just ,it is, rather easy to handle & operate.7 - Man is not a domestic animal .
६ - धन्य हैं वे
* धन्य हैं वे , जो जानते हुए भी कि वे असफल होंगे , फिर भी प्रयास किये जाते हैं |
* धन्य हैं वे , जो इस काल खंड में भी तनाव से मुक्त रह लेते हैं |
* धन्य हैं वह , जो पाँच - पाँच बेटियों के साथ पूर्ण प्रसन्न और तनाव मुक्त रहता है , जैसे मेरा छोटा भाई |
५ -" बुद्ध ने कहा - 'मत मानो' | हम बुद्ध की मान गए "
|
४ -और यदि लीक तोड़ना ही परिपाटी बन जाय , तो लीक पर चलना भी परिपाटी को तोड़ना हो जाता है |
३- प्रश्न यह है कि यदि मुझे सब कुछ मिल गया होता , तो मै क्या खुश हो गया होता ?
२ - शब्दों की , साहित्य में लकीरें हैं पर वहाँ प्रेम ,करुना दया आदि है , घृणा और भेदभाव नहीं है | ज़मीन पर देशों के बीच
लकीरें नहीं हैं,[ नदियाँ , समुद्र ,सडकें है तो हें ] , पर वहां तफरका है ,युद्ध है , मारामारी है |
1 - कुछ लोग सचमुच बड़े होते हैं , जैसे महात्मा बुद्ध ,गांधी ,महावीर | इनकी बातें मान लेने से हम छोटे नहीं हो जाते
पठन- अवगाहन , चिंतन - मनन किये होना या उसमे रत होना |
11 -स्वतंत्रता ,अंततः आएगी तो श्रम से आएगी | और कोई आन्दोलन इसमें सफल न होगा |
10 -कवि लोग फक्कड़ होने का नाटक करते हैं ,लोगों की नज़र में चढ़ने और लोकप्रियता हासिल करने के लिए | क्रान्तिकर्मी भी यही हथियार अपनाते हैं | जबकि जिम्मेदारियों का पूरी तरह निर्वाह करते हुए भी बखूबी कवि और क्रन्तिकारी हुआ जा सकता है |
9- हम कैसे तो बड़े ज्ञानी बनते है ,जब की यही नहीं जानते की हम कब मरेंगे ?
8 = It is good to remain attached to one. I wo'nt call it faithfulness.Just ,it is, rather easy to handle & operate.7 - Man is not a domestic animal .
६ - धन्य हैं वे
* धन्य हैं वे , जो जानते हुए भी कि वे असफल होंगे , फिर भी प्रयास किये जाते हैं |
* धन्य हैं वे , जो इस काल खंड में भी तनाव से मुक्त रह लेते हैं |
* धन्य हैं वह , जो पाँच - पाँच बेटियों के साथ पूर्ण प्रसन्न और तनाव मुक्त रहता है , जैसे मेरा छोटा भाई |
५ -" बुद्ध ने कहा - 'मत मानो' | हम बुद्ध की मान गए "
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४ -और यदि लीक तोड़ना ही परिपाटी बन जाय , तो लीक पर चलना भी परिपाटी को तोड़ना हो जाता है |
३- प्रश्न यह है कि यदि मुझे सब कुछ मिल गया होता , तो मै क्या खुश हो गया होता ?
२ - शब्दों की , साहित्य में लकीरें हैं पर वहाँ प्रेम ,करुना दया आदि है , घृणा और भेदभाव नहीं है | ज़मीन पर देशों के बीच
लकीरें नहीं हैं,[ नदियाँ , समुद्र ,सडकें है तो हें ] , पर वहां तफरका है ,युद्ध है , मारामारी है |
1 - कुछ लोग सचमुच बड़े होते हैं , जैसे महात्मा बुद्ध ,गांधी ,महावीर | इनकी बातें मान लेने से हम छोटे नहीं हो जाते
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