उग्रनाथ'नागरिक'(1946, बस्ती) का संपूर्ण सृजनात्मक एवं संरचनात्मक संसार | अध्यात्म,धर्म और राज्य के संबंध में साहित्य,विचार,योजनाएँ एवं कार्यक्रम @
गुरुवार, 14 अक्टूबर 2010
Angrez bulao
* निर्णय पसंद नहीं आया न / हम कहते थे कि शासन का काम-काज अंग्रेजों को दे दो |आज़ादी ,स्वशासन ,स्वराज ,स्वाधीनता आदि के चक्कर में मत पड़ो | वरना भारत में तो ऐसे ही निर्णय होंगे |राज-kaj
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