शनिवार, 7 जुलाई 2012

एक रास्ता है

[हाइकु व्याकरण -५/७/५- में कुछ कवितायेँ ]
* एक रास्ता है
छूट निकलने का
बंधो ही मत |
* दृष्टि हमारी
चकाचौंध हो जाती
तुम्हे देखता |
* बिजली गिरी
चलो अच्छा ही हुआ
दर्प तो जला !
* नहीं बनना
बड़ा नहीं बनना
मुझे तुमसे |
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[कवितानुमा ] =
* मैंने कहा -
प्यार - -
उन्होंने
अच्छी है कविता
कहकर टाल दिया |
* तुमने कहा -
तुम चमार
मैंने कहा -
मैं नहीं चमार ,
तुम हो तो हो |

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