सोमवार, 9 जुलाई 2012

अब ब्राह्मण की सुनिए


यह तो हुई दलित की बात , अब ब्राह्मण की सुनिए |
अपशब्द दि . ९/७/१२ (भाग दो) | जिस ब्राह्मण की सामान्यतः बात की जाती है, वह न तो कोई व्यक्ति है न वाद | वह हर मनुष्य की स्वाभाविक - सांस्कारिक कमी -बेशी , अच्छाई- बुराई , दुष्टता- नीचता पर आधारित जीवन मार्ग है | और वह सबमे व्याप्त है | मुझमे तो है , आप में भी होगा ही | न मानें  तो मुझे बस एक दिन -रात अपने साथ रहने का अवसर दे दें , और बनावटी नही, सहज -स्वाभाविक दिनचर्या मेरे साथ बिताएँ तो मैं सबूत एक पन्ने पर लिखकर आपको दे दूँ | और कहीं यदि पूरा महीना अपने बरामदे में मुझे पड़ा रहने दें , तब तो मैं एक थीसिस लिख मारूँ | दूर क्यों जाएँ , यह " इनको इस ग्रुप से निकालो , इनको डालो " क्या है ब्राह्मणवाद नहीं तो { मैंने तो प्रिय सम्पादक को हमेशा खुला रखा } यही तो किया ब्राह्मण ने - तुम यह काम करो - तुम ऐसा करो ? | ' व्यवस्था है ' आप कहेंगे तो मेरे तर्कजाल में बुरी तरह फँस जायँगे | वह भी एक ऐसी ही व्यवस्था थी |
इसलिए इसे छोड़िये और अब ज़रा आँख (खोल ) उठा कर देखिये एक दूसरा  ब्राह्मण आपके द्वार खड़ा है | वह सुदामा नहीं है , न सनातनी भिक्षुक ब्राह्मण लकुटिया टेक | उसके पैर तो आपके घर के बहुत दूर ,बाहर हैं  लेकिन नाखूनी पंजे ठीक आपके सर पर | तवलीन का लेख पढ़ा आपने ? वह २६/११ का आतंकवादी नहीं , आपके देश पर "आक्रमण " है  | उसके पास सनातनी ब्राह्मण वाला जर्जर- फटा -वेदपुराण नहीं जिसकी आलोचना में आपकी साँसें नहीं थमतीं | उसके कंठ में आकंठ अकाट्य आसमानी शास्त्र है और ज़मीनी मार करने वाला अभेद्य शस्त्र भी | कह सकते हो -इससे हमें क्या , यह  हिन्दू जाने - ब्राह्मण जाने | अच्छा है वह मरे, जिसने हमें इस दशा में पहुँचाया | लेकिन जानना मित्र , यह हिन्दू ही है जिसके तहत तुम दलित हो | हिन्दू -हिंदुस्तान न होगा तो तुम सिर्फ दलित नहीं गुलाम भी होगे और तुम्हारी स्थिति उससे भी बदतर होगी | कहोगे , मैं अतिशयोक्ति कर रहा हूँ | अभी कल ही की तो खबर में है भारत के मुसलमानों को अपने विवाहों के पंजीकरण जैसी छोटी सी कागजी सरकारी कार्यवाही भी अस्वीकार है , उनका मज़हब इजाज़त नहीं देता , यह उनके अधिकारों में हस्तक्षेप है, जिसे वे बर्दाश्त नहीं कर सकते | बेगुनाह मुस्लिम {ऐसा वे उन्हें पहले से ही निश्चित मानते हैं - भला मुसलमान कहीं आतंकवादी हो सकता है ? कदापि नहीं , कभी नहीं रहे , सदियों का इतिहास गवाह है , इतनी दूर से अल्लाह के बन्दे शांतिपूर्वक, बिना लड़े - भिड़े भारत आये और प्रेमपूर्वक राज करने लगे क्योंकि इस्लाम तो मोहब्बत का मज़हब है, पैगाम है , जिसे वेबड़ी शिद्दत-मशक्कत  के साथ फैला रहे हैं } युवकों को फँसाया जा रहा है , इसके लिए लिए जगह जगह सभा सेमिनार हो रहे हैं | मा.सं.मंत्रालय का मदरसों में पढ़ाई सम्बन्धी कोई कानून गँवारा नहीं | हिन्दू राज्य [राष्ट्र] की टिटपुंजिया सरकार की यह जुर्रत ? मुलायम का मंत्रिमंडल बुखारी की पसंदगी के विपरीत बन जाये ? सलमान रुश्दी -तसलीमा नसरीन हिंदुस्तान आ जाएँ , हो नहीं सकता | कितना गिनियेगा ? वन्दे मातरम वे नहीं गायेंगे , तो आपको भी उसमे ब्राह्मणवाद की बू ही आ रही होगी ? तो यह है २० -२५ फीसद  की ताकत और आप भ्रम में हैं कि आप बहुसंख्यक हैं मूल निवासी हैं | रहिये, आप अवश्य रहिये बहुसंख्यक ( वरना उन्हें नौकर- चाकरों की फौज कहाँ से मिलेगी ), बस उन्हें मुल्क का शासन दे दीजिये | आने वाले कल वे कहने वाले हैं कि  हमारा काजी सारे विवाहों का रजिस्ट्रेशन करेगा , और वही जो न्याय , जो फैसला करेगा वही भारत सरकार को मान्य हो , शेष अमान्य | हैं न दारुलउलूम भारत को दारुल इस्लाम बनाने के लिए ! देख सकते हों तो देखिये अब तक और अभी भी वे अपनी शर्तों पर भारत में रह रहे हैं  { ध्यान दे दीजिये -कहना चाहिए यह भी हिंदुत्व का एक हिस्सा है }, और अपनी ही शर्तों पर रख रहे हैं हिन्दुओं को पाकिस्तान में | घटना  प्राचीन या मनगढ़ंत तो नहीं है कि वहाँ लड़कियों को ज़बरन मुसलमान बना कर दूल्हनें या ? बनायीं जा रही हैं ?    
इधर यहाँ हम हैं कि पैदल सेना , घुड़सवार , गजवाहिनी , जल / वायु सेना सब आपस में लड़ रही है , और एक दूसरे को क्षतिग्रस्त कर रहे हैं | खुशी मनाइए कि आप शीघ्र ही अपने चिरद्रोही-चिरशत्रु ब्राह्मण से छुटकारा पाने जा रहे हैं | ब्राह्मणवाद नया चोला , नया रूप रंग धारण करके आपकी सेवा में आपका उद्धार  करने हेतु पधार रहा है | स्वागत कीजिये | यह बिलकुल मत देखिये न चिंता कीजिये ,कि जो कहता है मेरा मज़हब सर्वश्रेष्ठ , मेरा अल्लाह सर्वशक्तिमान , और हम उसके बन्दे मुसलमान , वह निश्चयतः ब्राह्मण ही है और ब्राह्मण के आलावा कुछ नहीं है | ब्राह्मणवाद यही तो कहता है ? [नहीं अब इसे "था" कहना अधिक उत्तम होगा] | कि तुम नीच हो और हम उत्तम ? यह भी न गौर कीजिये कि मुसलमान भी जन्म से ही मुसलमान होता है | गाड पार्टिकल उनका कुछ नहीं बिगाड़ पायेगा | बहरहाल
रात ज्यादा हो गयी - अब शब्बखैर , यानी - -  

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