रविवार, 12 दिसंबर 2010

Sahitya mein gaaliyan

साहित्य में गालियों की पैरवी
------------------------- यदि दैनिक जीवन व्यवहार में गालियों का प्रयोग नहीं करेंगे , छिनाल/ छिछोरा का उच्चारण नहीं
करेंगे तो फिर साहित्य में इन्हें कैसे लिखकर इनका सदपयोग किया जायगा ? और यदि गालियाँ लिखेंगे नहीं तो आप
राही मासूम रजा कैसे बन पायेंगे ?
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