विज्ञानं को झटका
विज्ञानं को एक झटका तब लगा होगा जब समाजवाद वैज्ञानिक हुआ | एक झटका अब लगने वाला है जब धर्म भी अपने को वैज्ञानिक सिद्ध करने लगे हैं |
भारत की शर्त
हिंदुस्तान में रहना होगा
वन्दे मातरम कहना होगा
यह त्रुटिपूर्ण शर्त है | वन्दे मातरम गा देने से कोई देशभक्त नहीं हो हो जाता | लेकिन जो मेरी शर्त है वह ज्यादा ज़रूरी और महत्व पूर्ण है |
भारत में रहना होगा - समालोचना सहना होगा | शास्त्रार्थ भारत की परंपरा है | इसलिए भारत में रहने की यही उचित शर्त हो सकती है | सारे धर्मों , सारे वादों को तर्क के परीक्षण से गुज़रना होगा |यह शर्त लागू न होने के कारण यहाँ न मुस्लिम हिन्दुस्तानी हो पा रहे हैं , न हिन्दू ही | सब अपनी अपनी आस्था की आंड लेकर हिंदुस्तानियत से बच रहे हैं |
मैं सोचता हूँ कि यदि मैं राज्य की किसी कुर्सी पर हूँ तो प्रबंधन के सिलसिले में मुझे मंदिर मस्जिद गुरुद्वारा जाना पड़ सकता है | पर मैं पूजा –नमन नहीं करूंगा | पोलीटीसियन होने के नाते मैं किसी की आस्था को तो चोट नहीं दूंगा , पर यह कहकर पल्ला झाड़ लूँगा कि मुझे मेरा बॉस इसकी इजाज़त नहीं देता |
विलक्षण
मुझे आज तक इस्लाम जैसा धर्म और ब्राह्मणवाद जैसा वाद कोई नहीं दिखा |
सेकुलर बॉस
विलक्षण
मुझे आज तक इस्लाम जैसा धर्म और ब्राह्मणवाद जैसा वाद कोई नहीं दिखा |
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