बुधवार, 29 दिसंबर 2010

निष्ठुर निर्धनता

१ - इतना ज्यादा मैंने अपने बच्चों के लिए नहीं किया है कि मेरे बच्चे मेरे लिए इतना ज्यादा करें !

२ - निष्ठुर निर्धनता
                                       गरीबी ने मेरा पद , पहले अवर अभियंता फिर सहायक अभियंता , देखकर भी मेरा पीछा नहीं छोड़ा | वह निडर निश्चिन्त मुझसे चिपकी रही |

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