बहस होनी चाहिए
बहस ज़रूर होनी चाहिए कि
* जनता को क्यों ईमानदार होना चाहिए ? जब किसी के पास अरबों की संपत्ति हो और उसके पास कुछ भी न हो |उसे अरबपति साधुओं -नेताओं पर क्यों विश्वास करना चाहिए ?
* क्या लोकपाल की जाँच के अधीन गाँव का प्रधान और ग्राम पंचायत अधिकारी भी जिसका जुल्म और शोषण जनता रोज़-ब-रोज़ झेलती है ?
बहस ज़रूर होनी चाहिए |
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें