बुधवार, 22 जून 2011

शांतिपूर्ण नक्सलवादी

छल-छद्म-झूठ-फरेब के विरुद्ध                                                     " सत्यनिष्ठा "
CITIZENS  AGAINST  HYPOCRICY                       L-V-L/185, Aliganj,Lucknow-24
इं०  उग्रनाथ नागरिक [कवि-लेखक-नास्तिक पत्रकार ]            Mob  : o9415160913
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 Email-priyasampadak@gmail.com   Blog-nagriknavneet.blogspot.com  Dated :-22 /6 /11
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* 1 = Blackmoney की बात तो ठीक , Blackmailing की बात नहीं ठीक |

* 2 =  कुछ सुना आपने ? [IE 22/6/11] . अरविन्द बाबू लोकपाल के लिए देश के सकल राजस्व का एक चौथाई रक़म माँग रहे हैं | ज़ाहिर है , सरकार इतना ही राजस्व  वसूली पर खर्च कर देगी | फिर सरकार क्या करेगी ? भ्रष्टाचार मिटाने के बहाने यह तो महा -भ्रष्टाचार की तैयारी है| हर्रे लगे न फिटकिरी ,रंग चोखा | चुनाव जीतने  का झंझट नहीं , PM ,CJ अपने  कब्ज़े  में और पराया माल अपना |
अच्छी रणनीति है | दिमाग वाला आदमी है यह IAS return | जब पैसा ही नहीं बचेगा तो नरेगा मनरेगा , विधायक -सांसद निधि , निर्माण कार्य भी नहीं होगा | भ्रष्टाचार अपने आप तिरोहित हो जायगा | चलो १६ अगस्त से अनशन में हम भी शामिल हों | अनशनकारी बुडढा तो कुछ समझता नहीं | गाँधी के चौथे बन्दर की तरह दिमाग बंद करके इनका मोहरा बना हुआ है , और भ्रम इतना बड़ा पाले हुए कि मानो इनके अनशन से मर जाने पर देश में हाहाकार हो जायगा , जबकि कुछ होने वाला नहीं है | उसके कुछ अनन्य साथी ही उनका साथ नहीं देने वाले  हैं | अरविन्द - प्रशांत क्यों नहीं अनशन करते ? #

* 3 = मैंने अरविन्द केजरीवाल का नाम क्यों लिया ? क्योंकि यह सब उसी का किया कराया है | यह ड्राफ्ट  भी उसी का है | वह पहले श्री श्री से मिला ,फिर दोनों अन्ना से मिले और उन्हें बलिदान के राजी किया [I.E. 22/6/11]  आप  जानते  ही  हैं , ऐसे कामों में गाँधी वादियों को बड़ा  मज़ा [आनंद ]आता है |आगे आपको सब पता ही है |##

* 4 =  यह भी सर्व विदित है कि R.T.I. कानून के पीछे भी इसी व्यक्ति की मशक्कत थी | और वह कानून कुछ बड़े - बड़े लोगों की दुकानदारी बनकर अपना कितना उपयोग /दुरूपयोग करा रही है , देखने की बात है | वह भी विधायकों , सांसदों , पत्रकारों के अधिकारों का अनावश्यक फैलाव  था , जिस से अराजकता के अतिरिक्त कुछ हासिल नहीं हुआ | आगे लोकपाल बिल है | यही लोग नक्सलवाद  के समर्थक हैं , अब यही लोग शांतिपूर्ण नक्सलवादी हैं  #

* 5 =  यह बालक बाबा साहेब भीम राव आंबेडकर का नाती बनना चाहता है |  अब आंबेडकर की पीड़ा ,वह समर्पण ,वह ज्ञान , वह अपने देश की समझ तो इसके  पास है नहीं , यह केवल  अंग्रेजी -किताबी शिक्षित भर है | तो यह अकारण नहीं कि यह  आंबेडकर की तरह गाँधी के खिलाफ नहीं है , बल्कि एक गाँधी को ही पटाकर मरने के लिए बिठा दिया | बताइए आंबेडकर से बुद्धिमान है या नहीं | और बचपना तुनक मिजाजी तो देखिये - सब हमारी बातें मानो , ऐसा कानून बनाकर अभी दो ,  पर्लिअमेंट  में बहस कि हमें फुर्सत नहीं | आंबेडकर ऐसा कर पाए थे क्या ?
  इन लोगों की कार्यवाहियों की वजह से यदि देश को कुछ हो गया तो ये लोग कम , हम लोग ज्यादा ज़िम्मेदार होंगे , जो सब देख रहे हैं | इसलिए मै भी टर्र -टर्र कर रहा हूँ क्योंकि मैं जानता हूँ कि इनका मुद्दा भ्रष्टाचार समाप्त करना है ही नहीं , इसके बहाने शासन को लतियाना और सत्ता हथियाना है | और इनकी सत्ता कतई किसी भी मायने में बेहतर नहीं होगी | अच्छा या बुरा ,वर्तमान सत्ता का केवल विकल्प दलित + महिला शासन है | किमाश्चर्यम कि महिला आरक्षण  पर इनकी बोलती पूरी तरह बंद है, जिसे भी इसी सत्र में पेश होने की तैयारी है | अपनी drafting committee में पांच में से एक भी महिला को स्थान नहीं दिया , यह यूँ ही तो नहीं हुआ ? ## 

* 6 = Lucknow 22,june |आज एक बुरी खबर और है |ICSE class IV की किसी किताब  में फिर मोहम्मद साहेब की तस्वीर छप गयी | मौलानाओं ने ऐतराज़ किया है और धमकी दी है | इस पर मैं  अपनी राय फिर बता दूँ | बच्चों की किताबों में तो चित्र और पाठों के  Illustrations  होंगे ही, होने ही चाहिए  | ऐसा बाल शिक्षण का मनोविज्ञान बताता है | तो जिस पाठ में अभिचित्रण संभव नहीं है उसे किताबों  में लगाते ही क्यों हैं | अतः केवल  चित्र ही नहीं , वह पूरा पाठ ही कोर्स से क्यों नहीं निकाल देते ? सेकुलर देश में  धार्मिक शिक्षण के अभाव में छात्रों का कोई नुकसान नहीं होने वाला | इस्लाम की शिक्षा के लिए तमाम मदरसे हैं | हाँ , गणेश , हनुमान , राम ,रावण के खूब चित्र छापो ,जिस से बच्चों का मनोरंजन हो | उनका ,इस प्रकार ,पढ़ने में मन  लगे , और इसपर किसी को कोई आपत्ति भी नहीं है |   ##      
    

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