रविवार, 28 जनवरी 2018

जाने क्यों

वामपंथ न जाने क्यों नास्तिकता के काम से दूर रहता है । जबकि वास्तव में समाज में उसकी पहचान, बदनामी की हद तक, नास्तिक ही है ।

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