उग्रनाथ'नागरिक'(1946, बस्ती) का संपूर्ण सृजनात्मक एवं संरचनात्मक संसार | अध्यात्म,धर्म और राज्य के संबंध में साहित्य,विचार,योजनाएँ एवं कार्यक्रम @
किस हिन्दू के लिए दिन रात एक कर रहे हैं योगी जी ? वह जो एकदम सांप्रदायिक हो चुका है, घृणा हिंसा से ओत प्रोत ? अशिक्षा असभ्यता की ओर अनवरत अग्रसर ?
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