निजाम की मुखालफत
इस्लाम की आलोचना करो तो वह ईश निंदा , blasphemy , हो जाती है , और हम मुसलमान की आलोचना करना नहीं चाहते | इसलिए , ऐसी दशा में , हम मुस्लिम राजनीति का ही विरोध करना उचित और सुरक्षित समझते हैं |
वैज्ञानिक हिन्दू परिषद् ?
[ बेहतर इंसानी भविष्य के लिए ]
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