उग्रनाथ'नागरिक'(1946, बस्ती) का संपूर्ण सृजनात्मक एवं संरचनात्मक संसार | अध्यात्म,धर्म और राज्य के संबंध में साहित्य,विचार,योजनाएँ एवं कार्यक्रम @
मंगलवार, 4 जनवरी 2011
मूर्खता का प्रदर्शन
१ - आप बदलाव की चिंता करें , यह तो अच्छी बात है | लेकिन यह भी तो देखें , इसकी भी तो समीक्षा करें कि चीज़ें बदल क्यों नहीं रही हैं , हमारे - आपके तमाम प्रयासों के बावजूद !
२ - अपनी मूर्खता का बुद्धिमत्ता पूर्वक प्रदर्शन ही संस्कृति है |
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