सोमवार, 15 नवंबर 2010

Shia college -sahittya sarokar

Lucknow, 15 nov.

एक प्रश्न : लखनऊ के बड़े हनुमान मंदिर के या मनकामेश्वर मंदिर की महंत को यदि पुलिस किन्ही सुरक्षा  की दृष्टि से
                गिरफ्तार कर ले तो कितने हिन्दू आन्दोलनकारी कितनी पत्थर बाजी करेंगे और कितने बस फूंक डालेंगे ?

प्रश्न -२ * साहित्य के सरोकार तो शाश्वत सुनिश्चित हैं , यथा -सत्य , न्याय या सत्त्यम शिवम् सुन्दरम | लेकिन प्रश्न यह है कि साहित्य के उन सरोकारों से साहित्यकारों का भी कोई सत्त्यनिष्ठ सरोकार है ?

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* आज  के साहित्त्य का सरोकार यह है कि अरुंधती राय का समर्थन करो और बाबरी मस्जिद मुसलमानों को दो | पहले था स्त्री और दलित का पक्ष लो   | [kathakram]

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