शुक्रवार, 26 नवंबर 2010

हाइकु किताब [Two], 3 lines , 200 nos

१ -    आज़ादी होती
अपने राज्य के लिए
जन के नहीं  .


२ -    भूखो को भूख
बहुत लगती है
बहुत खाते .

३ -    छोड़ा तो छोड़ा
उन्हें , जिन्हें पकड़ा
उन्हें पकड़ा .

४ -    अच्चा लगता
सम्बन्ध बिगाड़ते
भला किसको .

५ -    आध्यात्मिकता
अन्दर से  बनाती
व्यक्ति को ठोस .

६ -  बुरानुभूति
भी एक अनुभूति
बुरी खबर .

७ -काम उठाया 
बजाय  उपदेश 
शक्तिशः किया .

८ - देखा तो नहीं
लेकिन देखने का
मन तो है  .

९ - मुश्किल होगा 
मुझको यूँ  जानना 
साधारणतः .

१० - क्या ज़रूरी है 
अच्छा ही लिखा जाए 
बुरा क्यों नहीं .

११ -  आप आयेंगे 
तो खड़े  हो जायेंगे 
हम कुर्सी से .

१२ -  क्या तड़पना 
भाग्य  में  ही नहीं था 
जब  मिलना .

१३ -  लिखते होंगे 
विचारते  नहीं हैं 
साहित्त्य कार .

१४ -  सोच में खोट 
पैदा  कर देती  है 
प्रशंसा - मोह  .

१५ -  नीचे गिराती 
महान  बनने का 
मोह  व्यक्ति  को  .

१६ -  विरोध में हैं 
समर्थन में नहीं 
हम आपके  .

१७ -  नेता में नेता 
एक  अमर  सिंह 
एक अजित  .

१८ -  मुझे  आदमी  
कोई  पसंद आता 
या नहीं आता .

१९ -  चकनाचूर 
करता मैं  महिमा 
वालों का दंभ  .

२० -  ज़रूरी भी है 
लेकिन थोड़ा दंभ 
मान  में लिए  .

२१ -  ढूंढता  हूँ मैं 
थोड़ा हंस  लेने का 
सुअवसर  .

२२ -  स्वामी  नहीं  मैं 
देश  की  जनता  का 
स्वामिभक्त   हूँ  .

२३ -  मैं ही देवता
हाँ , मैं ही राक्षस  हूँ
मैं आदमी हूँ .

२४ -  जानते  नहीं
वह संपादक हैं
नहीं  लिखेंगे .

२५ -  कम्बल नहीं
उन्हें छत  चाहिए
जाड़ों  के लिए .

२६ -  हम मूर्ख थे
हम मूर्ख हैं , हम
मूर्ख रहेंगे .

२७ -  भ्रष्टाचार के
बारे में हम बात
नहीं  करते .

२८ -  आकर्षक हैं 
रौवां  जी  के नितम्ब 
सुन्तहयीं न  !

२९ -     कोफ़्त  होती है 
        सिनेमा  देखकर 
        या  सीरियल   |                       
                        
३० -    मैं और प्रेम     
     किसी से कभी नहीं   
     अरे , कभी तो     !

३१ -    शादी  क्या  होती     
      निभाना भर होता     
      पूरी जिंदगी     |

३२ -   नहीं  दीखता    
     कोई  परिवर्तन     
     कल - आज  में   |

३३ -   नहीं आया जो
लिखना , लेकिन तो
घमंड आया   |

३४  -  होता है फ्यूज़
बल्ब फ्यूज़ होता है
उसने कहा   |


३५  -     वह है नहीं
      तो क्या न होने दें , जो

      होना चाहता  ?                       
३६  -     मूर्ख हैं  हम 
      कुछ नहीं जानते 
      दुनिया बड़ी 
      #
३७  -   नहीं छोड़ती
      कविता मेरा  पीछा 
      आगे बढ़ाती 
                              
३८ - प्रगतिशील
कितना भी हो बुड्ढा
बुड्ढा रहेगा

३९ -यही ज़िंदगी
 अच्छी भी है बुरी भी
जैसा इसे लो

४० - तंग आ गया
ज़िंदगी से अब तो
लेकिन तो क्या

४१ - करते सब
होता कुछ अन्हीं
पूजा पाठ से

४२ - हम जो हैं
हमारा दिल भी है
दिमाग भी

४३ - मैं   अभिज्ञता
महसूस करता
आप अपनी

४४ - यह चांस है
निरा मौके की बात है
कि ईश्वर है

४५ - हार जाओगे
प्यार का मामला है
कबड्डी नहीं

४६ - बेवकूफी से
 नफ़रत थी मुझे
वही मेरी है

४७ - बिना घूस भी
काम होना चाहिए
बिना जुगाड़

४८ - आई  हैव  टु 
लिव तू लॉन्ग, फॉर 
मैनी रीजंस 

 I have to
live too long for
many reasons

४९ - पानी तो गर्म
चाहिए उन्हें , पर
कमरा ठंडा

५० - कहाँ जीतोगे
लड़ाई करने से
नाश ही नाश

५१ - तुम्हारे बिना
एक दुनिया बसा
तो ली है मैंने

५२ - फैसला किया
तेरे मेरे बीच में
फासला रहे

५३ - न ज्यादा रोना
हर हाल में मस्त
न ज्यादा खुश

५४ - तुम्हारे श्याम
हो गए श्वेत-श्याम
हे राधा! कृष्ण

५५ - गुलामी आती
बिना कोई खबर
दिए कमबख्त

५६ - दुनिया खाक
ही होती , जो न होते
गुलमोहर

५७ - सत्य यह भी
थोड़ा घुमाओ इसे
सत्य वह भी

५८ - बहुत तेज़
रुदन हथियार
करता वार

५९ - व्यवसाय है
ज़िंदगी जीना  भी
मुझे न आया
न कुछ कर पाया
ज़िन्दगी भर

६० - सत्य से प्रेम
मुझको है तो कभी
परहेज भी

६१ - जातीय स्मृति 
आगे चल करती 
जातीय भूल

६२ - अपने से ही 
हो पता है सीखना 
पढ़ाई व्यर्थ 

६३ - हाथा पाई में
जिसने हार खाई
है धराशायी

६४ -  बहुत कम
पसंद  आ पाते हैं
मुझे आदमी

६५ - कोई भी व्यक्ति
मुझे पसंद नहीं
न मैं किसी को

६६ - छुट्टी ही छुट्टी
सरकारी नौकरी
मज़े ही मज़े

६७ - मन संन्यासी
हो गया अब मेरा
सम्बन्धहीन

६८ -शुक्र गुज़र 
बनूँ भी तो कैसे मैं 
किसी शख्श का 
किसी ने भी तो
ऐसी कोई मदद 
मेरी नहीं की

६९ - विवाहेतर प्रेम
ही होता सच्चा प्रेम
दरअसल

७० - शरीर है तो
शरीर ही नहीं है
तिस पर भी

७१ - वह जो था न
वह सम्बन्ध नहीं
व्यवसाय था
७२ - मिले नहीं कि 
आकर्षण समाप्त
हुआ समझो

७३ - पछताने से 
अच्छा है वह काम 
करें ही नहीं

७४ - बड़ी आँख से 
छोटी लगती सारी 
रिद्धि सिद्धियाँ 

७५ - अपनी स्थिति
से पूर्ण परिचय
ज्ञान संज्ञान 

७६ - खेल खिलाड़ी 
ही समझो हमको 
रेफरी नहीं

७७ - इस बात का
ज्यादा  टूल देना तो 
ठीक नहीं है

७८ - नानी को गाली 
अपमान जनक 
सबसे भारी

७९ - दूर रहिये 
कूलर की हवा से
सीधी  टक्कर 

८० - पक्ष न लूं तो 
मैं होऊँ धीरे धीरे
बे मशरफ

८१ - प्रेम करते 
लेकिन परवाह 
उतना (बिलकुल ) नहीं

८२ - हर आदमी 
सामान, वही फिर 
सौदागर है

८३ - नास्तिक होना 
जो अनासक्त होता 
भक्त आसक्त 

८४ - ईश्वर एक
दवा भर जानिए
मनोवैज्ञानिक 

८५ - नास्तिकता तो
बनाती अनासक्त
भक्ति आसक्त

८६ - बार बार तो 
आंसू आते  लिखते
क्या पढ़ पाते

८७ - बार बार तो 
आंसू आते , क्या पढ़े
कैसे तो लिखें?

८८ - जलावतन
से मेरा देश जला
जला वतन

८९ - जो  भी कारण
देश में अपने हैं
तो गड़बड़ी

९० -  इस अखाड़े
में मैं नहीं, तू चिंता
न कर भाई

९१ - यह अखाड़ा
तुम्हारे लिए नहीं
है नागरिक

९२ - तुमसे कहा
किसने कोई चीज़
बुरी होती है

९३ - अफीम होती
बड़ी दवा की चीज़
जन बचाती

९४ - प्यार के लिए
बेकार ही समय
गवांया मैंने

९५ - तन कापड़
तन के भीतर का
मन नंगा है

९६ - मीरा ने नचा
ज़माने को नचाया
राधा नाची थी

# राधा जो नाची
ज़माने को नचाया
मीरा भी नाची

९७ - धन है नहीं
जन न कोई साथ
मन अथाह

९८ - किसी को देखो
फिर कुछ न देखो
उसी को देखो

९९ - हाथ पाई में
जो हुआ धराशायी
मुंह की खाई

१०० - थिर समुद्र
का ध्यान करो तुम
धीरज पाओ

१०१ - अब सफ़र
समय की बर्बादी
लगे है मुझे

१०२ - हाँ मैं भूखा हूँ
जैसे वे, वैसा ही मैं
निश्चित प्यास

१०३ - जाने का अर्थ
समां जाना तो नहीं
ले आना भी है
(लौट आना भी)

१०४ - नहीं लगता
मन मेरा  उत्सवों
या पार्टियों में

१०५ - घर का पता
है म घर जहाँ
आती चिट्ठियां

१०६ - जल फेंकता
उसके पहले ही
मैं फंस जाता

१०७ - अनावश्यक
आराम हराम है
जन्मेजय

१०८ - एक वर्दी है
सिपाही तैयार है
हाथ में डंडा

१०९ - की तो प्रतीक्षा
ज़रूरत से ज्यादा
अब बेकार

११० - वासनाओं ने
बड़े तारे दिखाए
आसमानों में

१११ - अब कुछ तो
सोचना ही पड़ेगा
तेरे बारे में

११२ - अपना मॉल
उन्हें तो बेचना  है
कैसे भी बिके

११३ - मैं चाहता हूँ
कोई हो मेरे लिए
जो जन देदे

११४ - बहने देना
संस्कृति सरिता को
रोकना नहीं
उपेक्षा तो करना
धीरे ही धीरे
वह चली जाएगी
खुशो खुर्रम

११५ - कुछ न होगा
कुछ भी नहीं होता
सब हो जाता

११६ - तुम हो न हो
तुम्हारे बल तो हैनं
अति सुंदर

११७ - दिन का पता
न रत का संज्ञान
जीव प्रकृति

११८  - क्या संभव है
समुद्र में डूबना
बिना भीगे ही

११९ - प्यार करना
ज्यादा ज़रूरी है या
टट्टी पेशाब?

१२० - मृत्योपरांत
कुछ तो होता होगा
जीवन पूर्व

१२१ - आई थिंक सो
बट डोंट फोलो मी
डू योर सेल्फ

 १२२ - झाडू पोछे में
बीत गयी जिंदगी
कहाँ आराम?

१२३ - आता गया था
एक के बाद एक
काम क्रम से

१२४ - छुटकारा लें
धीरे धीरे इनसे
तीज त्यौहार

१२५ - विज्ञापन तो
निज भाषा  बोलेगा
आप अपनी

१२६ - जहन जब था
कहीं नहीं गया मैं
वहीँ  अब  हूँ

१२७ - अब भी याद
उस गाँव का रास्ता
उनका घर

१२८ - न्याय किसी के
अजेंडे पर नहीं
हमारे तो नहीं

१२९ - ऐसा करते
क्योंकि ऐसा होता है
सोचते नहीं

१३० - वह जो भी है
है तो है, ईश्वर भी
हो सकता

१३२ - सो सेंसिटिव
व्हाई आइ एम् सो
शार्प माइंड

१३३ - अपना काम
शरीर करता है
मन अपना

१३४ - मौलिक मूर्ख
आदमी बहुत है
समझदार

१३५ - मुझे शक है
की हूँ आदमी मैं भी
विश्वास नहीं

१३६ - शक जो  हुआ
कोई एक बार भी
पक्का समझो

१३७ - यह क्या हुआ
कैसे मेरा  सर्वांग
दर्द समाप्त

१३८ - कोई बनाता
नहीं मुझे शोषित
मैं खुद होता
१३९ - जो है, शायद
वही होना चाहिए
वही ठीक है

१४० - थोड़ा निर्मम
तो होना ही चाहिए
न्याय के लिए

१४१ - कुछ भी पूछो
हाँ ही होगा जवाब
न नहीं मेरा

१४२ - सब अच्छे हैं
सब भले मानुष
बुरा हूँ तो मैं

१४३ -बुखार आता
तो छू ही लेते मेरा
हाथ या माथा

१४४ - छू तो लेते वो
बुखार जो आ जाता
तो मेरा माथा

१४५  -  छू तो लेते वो
मेरा माथा जो मुझे
बुखार आता

१४६ - सब जगह
गरीबी एक सी है
कहीं भी जाओ

१४७ - न अपना है
मेरे बच्चों का घर
न पराया है

१४८  - सुन्दर होना
स्त्रैण  आवश्यकता
 या कातिलाना

१४९ - इन्ही बच्चों के
साथ रहना हमें
इन्ही लोगों के

१५० - गाँव पीछे हो
शरार में, गाँव में
शहर पीछे

१५१ - ब्राह्मणवाद
परफेक्ट वाद है
विकल्प हीन

१५२ - शादी जो लड़ी
प्यार पर, की प्यार
हुआ मुश्किल

१५३ - देख पाएंगीं
अनुभवी आँखें ही
नर या मादा

१५४ - सफल व्यक्ति
आरामतलब हो
संभव नहीं

१५५ - प्रेम नाम
किस तो  चिड़िया का 
कहीं देखा क्या?

१५६ - बहुत नहीं
फिर भी खुश ही  हूँ
आप लोगों से

१५७ - सबको जीना
अपना अजेंडा है
वही मरना

१५८ - धर्म जगत
अंजना संसार
ज्ञान बाहर

१५९ - आसान नहीं
भूलना, आसान है
उनकी याद

१६० - तुम्हारी इच्छा
तुम जानो, अपनी
मैं जानता हूँ

१६१ - दुःख के साथी
नहीं हैं भाई बन्धु
सुख के साथी

१६२ - अच्छे पुरुष
इस संघ के सदस्य
अच्छी नारियां

१६३ - याद करोगे
 तो आएंगे ही वह
याद आएंगे

१६४ -  कल्पना ख़त्म
तो ईश्वर भी ख़त्म
आदमी का क्या?

१६५ - बुरी लगनी
नहीं चाहिए बातें
लग जातीं हैं

१६६ - राज्य दर्शन
लेकर आते धर्म
सब के  सब

 १६७ - घटित होगा
ऐसे ही एक दिन
हार्ट अटैक

१६७  - अच्छी तो थी
वह दुनिया जिसे
छोड़ना पड़ा

१६८ - सबसे ज्यादा
दलित है प्रकृति
इंसानों द्वारा

१६९ - दिया ही  दिया
मैंने जिंदगी भर
लिया न कुछ

१७० - जो मेरी राय
औरत के बारे में
है तो बस

१७१ - संदेह नहीं
की वह प्यार ही था
जिसके लिए .....

१७२ - फैली हुई हैं
खुशियाँ चारों ओर
उसके हो लेन

१७३ - सत्य असत्य
का प्रश्न नहीं, सब
पक्ष विपक्ष

१७४ - प्रेम करते
परवाह  भी करें
ज़रूरी नहीं

१७५ - सारा उत्साह
हवा हो जाता, कुछ
समय बाद

१७६ - साढ़े दो बजे    
टेक्निकली सही है \
असांस्कृतिक

१७७ - क्या ज़रूरी है
अंतर्राष्ट्रीय होना
इतना ज्यादा ?

१७८ -  मैं बतियाता
खुद अपने से ही
अन्य से नहीं

१७९ - मौका मिले तो
पढ़ना इसे , फिर
कूड़ा फेंकना

१८० - मैंने अपना
मनो विज्ञान स्वयं
क्रियेट किया

१८०  - भरपाई की
की तो बड़ी कोशिशें
कर न पाया

१८१ - तुम्हारा द्वार
खींचने से खुलता/
ढ़केलने से ?

१८२ - वह इतनी
गृहस्थी  चलाने में
पटु नहीं है

१८३ - सामग्री देते
लिखकर , लिखने
वालों को हम

१८४ - सहारा कोई
दे तो नहीं पायेंगे
छीन  ही लेंगे

१८५ - सुरक्षित हैं
वेश्या मोहल्ले में
दूसरी स्त्रियाँ

१८६ - इसे मिटाना
चाहता भी नहीं हूँ
मुश्किल भी है

१८७ - कोलकाता भी
है तो हिन्दुस्तान में
बेंगलुरु भी

१८८ - दिखता तो हूँ
और कैसे बताऊँ
मैं दलित हूँ !

१८९ - अब टूटना
कुछ बाक़ी नहीं है
टूट जाना है

१९० - खबर होगी
ऐसे ही एक दिन
फलाने mar इ

१९१ - पानी पियो  तो
गहरे पैठ कर
खुलिस्ता नहीं

१९२ - पाओं के नीचे
बिल्कुल ज़मीन है
हवा नहीं है

१९३ - काम से गए
काम से चले आये
ऐसे ही यात्रा

१९४ - क्या कर लोगे
समय जान कर
चलते जाओ

१९५ - नंगी न रहो
कपड़े पहन लो
ठण्ड लगेगी

१९६ - तो ही  क्या होता
मिल भी  गए होते
मुझे तुम जो

१९७ - जबर दस्ती
नहीं होनी चाहिए
हो चाहें जो भी

१९८ - आदमी कौन
देखता है भडुवा
धन - दौलत
सब पैसा देखते
गुनहगार

१९९ - मानता हूँ मैं
निष्ठुर होना पड़ा
मुझे भी कभी

२०० - बंदूकें सब
आग उगलती हैं
जंगल जले
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~!@#$%^&*()_+    THE END




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THE END
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