शुक्रवार, 19 नवंबर 2010

बुरा न मानो

७ -
६ - अब किसी भी सभी मनुष्य को मानवता के लिए शहीद होने की ज़रुरत नहीं पड़ेगी | कट्टर पंथीं ताकतें उन्हें उनके पास खुद जाकर मौत के घात उतारेंगी |

५ * [प्रति-यथा कविता]
       मुझे कुछ नहीं कहना
यदि आप इसी तरह खुश रहना चाहते हैं
तो मुझे आप से कुछ नहीं कहना
सरकारी वेतनभोगी ही सही ,
यदि आप चौराहे पर खड़े
पुलिस सिपाही को गोली मारकर
ठहाका लगा सकते हैं
तो मुझे आप से कुछ नहीं कहना ,
यदि आप भीड़ में खड़े 
कुछ जन - जंतुओं को जिंदा जलाकर 
अपना झंडा ऊंचा करना चाहते हैं 
तो मुझे आप से कुछ नहीं कहना |
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४ - * [कथावत]            वह  जवान लड़का -------------
   बस में वह इस स्थिति में था की उसका अंग -हाथ लड़की के अंगों से लग जा सकता था |
जाने कैसे उसे अपनी बहन की याद आ  गयी | वह भी तो इसी प्रकार अकेले आती -जाती  है  |
उसे भी तो देर हो जाती है | वह आश्वस्त नहीं हो पाया  कि उसकी बहन से कोई दुर्व्यवहार नहीं होता होगा ,
लेकिन उसने तय  कर लिया  कि इस घडी भर की  बहन के साथ कोई बदतमीजी  नहीं होने देगा , वह भी अपने द्वारा  |
 और  वह निश्चिन्त इत्मिनान से हो गया |
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३ - [विचार -अभ्यास ]
 * अंतर्ज्ञान  नहीं  " अन्तरज्ञान " , knowledging  the  difference or distinction between the two or many .
We find that this the most scientific way of knowing anything . i.e. DISTINCTISM    KYA ?
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२ - [उवाच ]  * मैं हिंदी लिखना जानता हूँ | हिंदी पढ़ी है मैंने  | ऐसे में यदि मैं हिंदी में कुछ चिट्ठी ,
कविता , कहानी लिखता हूँ , तो क्या कृपा कर देता हूँ !
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१ - [हाइकु ]
* मुझे न देखो
जैसा आप उचित
समझो , करो  |

*जहाँ आदमी
तहां नर्क समझो
बुरा न मानो  |
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~!@#$%^&*






                                                                                      

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