ऐसा क्यों होता है
कि कोई हिन्दू पैदा होता है
तो हिंदुत्व पर गर्व करने लगता है
कोई मुसलमान पैदा होता है
तो इस्लाम के गुण गाने लगता है ?
ऐसे तो नहीं चलेगा भाई !
आदमी और इंसान
हिन्दू मुसलमान तो नहीं होता !
यदि हिन्दू को हिन्दू ही रहना है आजीवन,
मुसलमान को मुसलमान रहना है ताउम्र ,
तब तो आदमी को मरना ही है
इंसानियत अमर नहीं हो सकती कभी
अमरत्व की खोज क्या
कल्पना ही बेमानी है ।
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