अयोध्या अधिग्रहीत भूमि पर "वेद विज्ञान प्रदर्शनी" लगा कर दुनिया को दिखाओ । यह जन्मभूमि विवाद भी मिटे और इस बहाने हिन्दू हृदय सम्राट राजा राम का नाम भी प्रतिष्ठा पाये । ज़ाहिर है उस परिसर में एक कोने में राम की मूर्ति भी खड़ा लो । जैसे अनेक, लगभग सभी, केंद्रीय- राज्य सरकारी कार्यालयों, दफ्तरों में अनिवार्य रूप से होते ही हैं, और कोई उनका क्या बिगाड़ लेता है ? उसी प्रकार अयोध्या वेद विज्ञान कार्यालय / परिसर में एक मंदिर हो जाय । किसी को क्या ऐतराज़ यदि इस तरीके से सुंदर देश के एक गन्दे खेल का समापन ही जाए ।
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