गुरुवार, 1 मार्च 2018

NA

रज़ामन्दी हो तो कोई मित्र इस प्रयोजन हेतु विशेष group ही बना सकते हैं,  NA नाम से ।
Not Applicable Sir !
ज़्यादा दिमाग लगाने की ज़रूरत नहीं है । दिक्कत यह है और इसे समझने की ज़रूरत है, कि सरकारी कागजों में व्यक्ति का धर्म लिखा जाना एक राजनीतिक मामला है । आपकी आस्था से राज्य को कोई मतलब नहीं । अपना कोई धर्म बता दो जिसे वह जोड़कर अपनी जनगणना तैयार कर ले और उससे राजनीतिक लाभ उठाये । और सेक्युलर राज्य में तो वह और अतिरिक्त ही हमारी आस्था विश्वास से निरपेक्ष है, क्योंकि उसके जिम्मे हमारे लिए मंदिर मस्जिद पूजास्थल बनाना नहीं है ।
ऐसे में प्रश्न विकट है कि हम नास्तिक अपना धर्म क्या लिखाएँ ? भूलिए नहीं कि वह राजनीति का आधार बनेगा । और इसे राजनीतिक नज़रिए से देखिए । कुछ ऐसा लिखाएँ जिससे आपकी जनसंख्या बढ़े । नास्तिक ? कितने लोग नास्तिक लिखेंगे ?अल्पमत में रहना हो तो लिखिए । फिर नास्तिकों में भी अनेक श्रेणियाँ हैं । अभी कोई मित्र अधार्मिक पर जोर दे रहे थे, आदि आदि । यद्यपि दो विभाग तो समझ में आ रहे थे - धार्मिक और अधार्मिक, या आस्तिक और नास्तिक । लेकिन आस्तिक/धार्मिक लोग अपना अपना अलग अलग धर्म अवश्य लिखेंगे । बचे हम नास्तिक श्रेणियाँ, तो ऐसा क्या किया जाय कि हम बंटे न दिखें । फिर याद दिला रहा हूँ यहाँ अपने सिद्धांतों पर न जाइये, सिर्फ अपनी संख्या बढ़ाने की सोचिए सरकारी मर्दुमशुमारी में । तो
जो धार्मिक भी हैं उनसे भी लोकतंत्र और संविधान का हवाला, दुहाई देकर इस मत पर सम्मत किया जा सकता है कि राज्य को वह अपनी यह गुप्त सूचना न दें, उसे उसकी जरूरत नहीं है सिवा दुरुपयोग करने के ।
और हम आप सब लोग भी इस बात पर राज़ी हों कि हम भी नास्तिक पर ज़िद न करें (जनगणना अधिकारी लिखेगा भी नहीं )। और जैसे तमाम प्रपत्रों में कई कालम में हम N/A, NA, ( Not Applicable) लिखते हैं, वही व्यवहार धर्म के कालम से करें । सचमुच यह आप पर लागू नहीं होता/ Applicable नहीं है । सरकार और surveyor मान भी जायगा । जैसे NOTA (None Of The Above) का बटन । धर्म में चूँकि Above कोई Candidate नहीं, इसलिए NA .

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