गुरुवार, 22 फ़रवरी 2018

किसको किसको

मेरे पास एक और तरीका है नास्तिक बनाने का । समझ लो मैं आस्तिक तो बनना चाहता था । पूर्ण आस्तिक, पक्का और वाकयी ईमानदार आस्तिक । तो जब ईश्वर को मानता तो अल्लाह छूट जाता, जब अल्लाह को मानता तब गॉड छूट जाता । जब राम को मानता तब मोहम्मद छूट जाते, जब मुहम्मद को मानता तब ईसा छूट जाते । इसलिए सोचा, बेईमानी न करूँ, न इनको मानो, न उनको मानो, न किसी को मानो । और इस तरह सब छूट गए ।

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