मेरे लिए खुशी की बात है कि मेरी मित्र सूची में तमाम प्रबुद्ध लोग हैं । तमाम क्या, सब के सब।👍😊
लेकिन स्थानीय स्तर पर जो प्रबुद्ध जन हैं वह मेरे बारे में शायद यह जान गए हैं कि यह पागल वाहियात आदमी है और फिज़ूल का विचार नाटक, कदमताल क्रांति और दिमाग़ी खुराफ़ात किया करता है । 😢 इसलिए अब कोई मित्र, विशेषकर युवा मेरी तरफ़ झाँकने नहीं आते । आने को क्या फोन तक नहीं करते 😢। बस बूढ़े मित्र ज़रूर कभी हाल चाल पूछ लेते हैं । सबका शुक्रिया !💐
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- - उग्रनाथ, (श्रावस्ती तीर्थ यात्रा में) @ शूद्र सरकार
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