मारकर सामान लूटने वालों को भारत की भाषा में डाकू कहते हैं, जिसे साधारणतः नागरिकऔर जनता पसन्द नहीं करती । हम लूटी हुई वस्तुओं का उपयोग करना उचित नहीं समझते ।।इसके विपरीत हम अपनी जनता जनार्दन मालिक से उसकी सहमति से सत्ता का काम अपने सिर लेंगे और जैसा सदियों से समाज की सेवा करते रहे उसी प्रकार राज्य पर बैठकर सेवा करेंगे । 👍
- - शूद्र सरकार via श्रावस्ती सम्यक (suggestion)
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