जन्मभूमि कन्या विद्यालय
कहते हैं जन्मभूमि है, चलिए मान लिया । तो मस्जिद न बने, चलिए मान लिया । लेकिन तब मंदिर भी न बने, यह भारत के विकास की माँग है । सारी ज़मीन आपकी है तो क्या सब पर मंदिर ही बनेगा ? जी नहीं ! उस जमीन पर विद्यालय बनाइये । कन्या विद्यालय की माँग मान लीजिये । और राम की सच्ची आराधना में लगाइए ।
विद्यालय का नाम अवश्य "जन्मभूमि कन्या विद्यालय" होना चाहिए । (राम शब्द अंतर्निहित, अव्यक्त और सर्वज्ञात है) हो । कन्याओं के लिए वह सुरक्षित, मुक्त, उपयुक्त स्थान है । रामशिलायें कटी बनी रखी हैं । और वही पैसे इसके निर्माण में इस्तेमाल होंगे जो मंदिर के लिये देशवासियों ने प्रदान किये हैं ।👍
अस्तित्व सबको सद्बुद्धि दे !
(मन दुर्वासा )
उग्रनाथ'नागरिक'(1946, बस्ती) का संपूर्ण सृजनात्मक एवं संरचनात्मक संसार | अध्यात्म,धर्म और राज्य के संबंध में साहित्य,विचार,योजनाएँ एवं कार्यक्रम @
रविवार, 11 अगस्त 2019
जन्मभूमि विद्यालय
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