शनिवार, 26 जनवरी 2019

क़ैद ईश्वर

कविता
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मनुष्य शिखर पर
ईश्वर मंदिर में पड़ा
सोचता है -
मनुष्य से कैसे मिलूँ ?
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(उग्रनाथ नागरिक)

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