उग्रनाथ'नागरिक'(1946, बस्ती) का संपूर्ण सृजनात्मक एवं संरचनात्मक संसार | अध्यात्म,धर्म और राज्य के संबंध में साहित्य,विचार,योजनाएँ एवं कार्यक्रम @
कविता -- -- -- -- मनुष्य शिखर पर ईश्वर मंदिर में पड़ा सोचता है - मनुष्य से कैसे मिलूँ ? * * * * * (उग्रनाथ नागरिक)
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